देश की हुंकार*

जय जननी भारत,
जन मन अभिमत,
देश हित वीरवर,
बोलियाँ सुनाइए ।
राष्ट्र गान जन मन,
गाते मिल सब जन,
ऊँचे आसमान पर,
ध्वज फहराइए ।
जय जवान बोल कर,
मन सारा खोल कर,
वंचितों का मान रख,
कर्तव्य निभाइए ।
देश की हुंकार जब,
सुनते हैं तब सब,
जात पात भूल कर,
देश राग गाइए ।

*अनिता मंदिलवार सपना*

Comments

  1. बहुत ही सुंदर रचना 👌👌👌 गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 💐💐💐💐

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  2. बहुत सुंदर। हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।

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  3. बहुत सुन्दर सृजन।गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें।

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