कलम की सुगंध के संस्थापक गुरूदेव संजय कौशिक विज्ञात जी का जन्मदिन का उत्सव मनाया गया और उल्लाला छंद शतकवीर 2021 का उद्घाटन सत्र संपन्न


 [28/03, 12:23] Anita Mandilwar Sapna: आप सभी को जानकर हर्ष होगा कि 

होली के दिन अर्थात राष्ट्रीय अवकाश के दिन 

दोपहर में 12:15 मिनट पर उल्लाला छंद पर विशेष समर्पित कार्यक्रम *उल्लाला - शतकवीर कलम की सुगंध सम्मान-2021* के उद्घाटन समारोह के आयोजन का समय निश्चित हुआ है इस सत्र का शुभारम्भ डॉ. अनिता भारद्वाज अर्णव जी अर्णव कलश एसोसिएशन राष्ट्रीय महासचिव मुख्यातिथि की उपास्थिति में होगा कार्यक्रम की अध्यक्षता संचालक अनिता मंदिलवार सपना जी करेंगी। विशिष्ट अतिथि राजलक्ष्मी पाण्डेय जी संचालक कविता माला और नीतू ठाकुर 'विदुषी' जी संचालक नवगीत माला, तथा नरेश कुमार जगत 'प्रज्ञ', संचालक हाइकु विश्वविद्यालय धर्मराज देशराज संचालक महफ़िल ए ग़ज़ल, अर्चना पाठक निरन्तर जी, संचालक विश्व साहित्य नारी कोष         

की विशेष उपास्थिति के मध्य होगा।


कलम की सुगंध छंदशाला मंच पर 12: 15 मिनट पर गणेश जी और माँ वीणापाणि की स्थापना की जाएगी। 

दीप प्रज्ज्वलन का समय 12: 17 मिनट पर मुख्यातिथि महोदया आदरणीया डॉ. अनिता भारद्वाज अर्णव जी के कर कमलों से होगा माल्यार्पण अध्यक्ष महोदया अनिता मंदिलवार सपना जी के कर कमलों से होगा। 

इसके पश्चात सभी विशिष्ट अतिथिगण माल्यार्पण करेंगे तथा 

12: 25 मिनट पर सरस्वती वंदना ...... आ• हंसा सिन्हा जी करेंगी ।

12: 30 बजे मंच के सभी साथी स्वरचित एक एक उल्लाला छंद के माध्यम से वीणापाणि वंदना करेंगे ।


12:50 बजे कार्यक्रम उद्घाटन सत्र सम्बोधन एवं समापन 

संस्थापक- आ• संजय कौशिक विज्ञात जी के शुभ कर कमलों से संपन्न होगा ।

[28/03, 12:29] कलम इन्द्राणी साहू: सादर नमन🙏🙏🙏🙏

[28/03, 12:29] Saroj Dubey: 🙏

[28/03, 12:30] Saroj Dubey: 🙏

[28/03, 12:31] Anita Mandilwar Sapna: आदरणीया अर्णव दीदी जी आइए 

गणेश जी और

माँ शारदे की छायाचित्र पर माल्यार्पण कीजिए

[28/03, 12:32] नीतू छंदशाला: 🙏🙏🙏

[28/03, 12:33] आरती श्र� ��वास्तव � �ी: 🙏🙏

[28/03, 12:33] Anita Mandilwar Sapna: स्वागत आपका दीदी ।

[28/03, 12:33] आरती श्र� ��वास्तव � �ी: 🙏🙏

[28/03, 12:33] Anita Mandilwar Sapna: नमन माँ

[28/03, 12:33] Geeta Dwiedi: जय गणेश जी👏

[28/03, 12:33] Geeta Dwiedi: जय माँ सरस्वती👏

[28/03, 12:34] धर्मराज देशराज छंद: है माँ जड़मति हरणी शारदे


नमन

[28/03, 12:35] नीतू छंदशाला: प्रणाम 🙏🙏🙏

[28/03, 12:35] Geeta Dwiedi: 🙏🙏🙏🙏

[28/03, 12:36] आरती श्र� ��वास्तव � �ी: 🙏

[28/03, 12:36] अनिता भारद्वाज: मंच को सादर नमन ,🙏🙏🙏🙏सब की पावन उपस्थिति को नमन🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

[28/03, 12:37] Sanjay Koushik Vigya: कलम की सुगंध पुण्य पावन मंच को कोटि कोटि नमन 🙏🙏🙏माँ वीणापाणि को कोटि कोटि नमन 🙏🙏🙏

परिवार द्वारा आयोजित एक और शतकवीर कार्यक्रम के श्री गणेश समारोह में आप सभी का हार्दिक अभिनंदन है 

💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐

[28/03, 12:38] Anita Mandilwar Sapna: आइए सभी विशिष्ट अतिथि जन माल्यार्पण के लिए आमंत्रित हैं

[28/03, 12:38] धर्मराज देशराज छंद: इस पटल के समस्त 

साथियों को नमन ,


विज्ञात जी को जन्म-दिवस हार्दिक शुभकामनाएं,

[28/03, 12:38] कलम इन्द्राणी साहू: सादर नमन🙏🙏🙏

[28/03, 12:40] कलम एस देवांगन: 👏👏👏🙏🙏

[28/03, 12:40] Anita Mandilwar Sapna: सरस्वती वंदना- हंसा सिन्हा जी के द्वारा

[28/03, 12:40] आरती श्र� ��वास्तव � �ी: 👏👏

[28/03, 12:40] कलम एस देवांगन: 🙏🙏🙏💐💐💐

[28/03, 12:41] आरती श्र� ��वास्तव � �ी: जन्मदिन पर अनंत बधाई एवं शुभकामनाएं आदरणीय 🙏

[28/03, 12:44] Krishnmohan Nigam: जन्मदिन की शेष बधाई और शुभकामनाएँ आदरणीय🙏

ईश्वर.आपको.सहस्त्रायु करे..

सादर अभिवादन..🙏🙏

[28/03, 12:44] धर्मराज देशराज छंद: आदनीय बहन

हंसा सिन्हा जी ने आनन्द की वर्षा की है।उनके श्री चरणों मे नमन


माता सरस्वती की स्तुति 

आनन्ददायी ,मनभावन।


लगता है इस प्रार्थना के एक दो बंद 

कम सुनाए हैं।

[28/03, 12:44] Anita Mandilwar Sapna: आइए सभी एक एक उल्लाला माँ शारदे को समर्पित करें

[28/03, 12:46] Anita Mandilwar Sapna: 🙏जन्मदिन मंगलमय हो गुरूदेव जी🙏

[28/03, 12:47] Jyoti Ambasth Apur: 🙏🙏🙏

[28/03, 12:48] नीतू छंदशाला: पावन होली का त्योहार और ऊपर से गुरुदेव का जन्म दिवस यह दोहरी खुशी का अवसर सभी को मुबारक हो।

गुरुदेव का आशीर्वाद सदा हम सब पर कायम रहे और उनके मार्गदर्शन में साहित्यिक जीवन की यात्रा पूर्ण करें यही कामना 🙏 

इस खूबसूरत आयोजन के लिए आ० अनिता मंदिलवार सपना जी को विशेष बधाई 💐💐💐💐

आदरणीया अर्णव जी , आदरणीया राजलक्ष्मी जी, आदरणीय धर्मराज जी, आदरणीय जगत सर आप सब की उपस्थिति ने इस विशेष अवसर को अति विशेष बना दिया 🙏 सभी को ढेर सारी शुभकामनाएं 💐💐💐💐

[28/03, 12:49] Anita Mandilwar Sapna: आइए सभी

[28/03, 12:49] Anita Mandilwar Sapna: कहाँ है भावी उल्लाला शतकवीर😃👍

[28/03, 12:49] डा एन के सेठी दौसा: *सरस्वती वंदना*

      *(उल्लाला छन्द)*


माँ सरस्वती वरदायिनी,

विनती  बारंबार है।

माँ नवलभाव उर मेंभरो,

आज्ञा सब स्वीकार है।।


               *©डॉ एन के सेठी*

[28/03, 12:50] कलम इन्द्राणी साहू: सादर नमन सहित असीम शुभकामनाएं गुरुदेव जी🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐🎂🎂🎂🎂🎂

[28/03, 12:51] धर्मराज देशराज छंद: भाई विज्ञात जी,

वर्तमान समय मे सहित्य की सेवा हरियाणा और छत्तीसगढ़ के कवि एक साथ कर रहे हैं। वह अनुकरणीय है।


विज्ञात जी,जिस तरह नई-नई प्रतिभाओं को मंच प्रदान कर रहे हैं।

हिंदी सहित्य की विभिन्न विधाओं को

जन-जन के आनन्द का माध्यम बना रहे हैं। वह प्रसंशनीय कार्य है।


उनका अभिनन्दन करता हूँ

[28/03, 12:54] कलम इन्द्राणी साहू: मातु शारदे कर कृपा , मधुर कण्ठ कर दीजिए ।

वाणी में माधुर्यता , ज्ञान सुधा भर दीजिए ।।


इन्द्राणी साहू साँची

[28/03, 12:54] आरती श्र� ��वास्तव � �ी: मां शारदे नमन करूं, सुनो पुकार तुम मेरी।

वंदन करूं मैं हर पल,हरो तुम दुख अब  मेरी।

[28/03, 12:55] Anita Mandilwar Sapna: आज उदघाटन सत्र के समापन पर उद्बोधन के लिए गुरूदेव संजय कौशिक विज्ञात जी को आमंत्रित करती हूँ 🙏

[28/03, 12:55] Madhu Gupta: जग जननी माता शारदे,

             तेरी कृपा अपार है।

सबके तम को दूर करे,

       जाए उनके द्वार है।।


*मधु गुप्ता "महक"*

[28/03, 12:57] धर्मराज देशराज छंद: बहुत खूब


उर के तम को दूर करे

जाए  सबके द्वार है।

[28/03, 12:58] Krishnmohan Nigam: दिनांक 28 मार्च 2021

 कलम की सुगंध छंदशाला

 *सरस्वती वंदना*

उल्लाला छन्द

13-13 मात्राओं के अनुक्रम में. 

सम-विसम,  सम.-विसम तुकान्तता में आबद्ध


जग जननी हे शारदे , चरण शरण आधार दे।

 मैं सुत तेरा अज्ञ अति ,दे माँ मुझे विशुद्ध मति।।


शुभ्र वसन.तन.भ्राजते,कलम ग्रंथ कर राजते।

जय माँ वीणा वादिनी ,  बुद्धि विवेक प्रदातिनी।।


 धवल कमल आसीन माँ, कुमति तिमिर सब छीन माँ।

 उर सद्बुद्धि प्रकाश भर,  जीवन का सब.त्रास हर।।


 शिव बिरंचि हरि वंदिता , संतत मातु अनिंदिता ।

सुर नर गुण गाते सदा ।पाकर वर होते मुद्दा ।।


बिखरे भाव न ज्ञान हैं, माँ बस तेरा ध्यान है।

 भाव शब्द संयोग कर, कवि गुण हिय निःशेष भर।।


अर्पण पुष्प प्रणाम लो, सुबह दिवस निशि शाम लो।

 'मोहन' दास विशेष पर,  हे माँ कृपा अशेष कर ।।


 कलम से 

*कृष्ण मोहन निगम*

 सीतापुर

[28/03, 12:58] परमजीत सिह कलहुरी: जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं अपार शुभकामनाएं आदरणीय गुरुदेव🙏🙏🙏🙏

शत शत नमन

🎂🎂🎂🎂🎂🎂

[28/03, 12:59] Madhu Gupta: 🙏🙏🙏

[28/03, 13:00] Madhu Gupta: जग जननी माता शारदे,

             तेरी कृपा अपार है।

उर के तम को दूर करे,

       जाए उनके द्वार है।।


*मधु गुप्ता "महक"*

[28/03, 13:01] Anita Mandilwar Sapna: प्रणाम । आपको भी बधाई होली संग जन्मदिन की🙏💐

[28/03, 13:03] धर्मराज देशराज छंद: सन 1975 में उलाला छंद

को

हायर सेकेंडरी में गाईड और कुंजियों के माध्यम से पढ़ा था।

अगर विज्ञात जी जैसे गुरु उस समय मिल जाते तो शायद इस काव्य-गंगा में स्नान कर लेता।

मगर उस समय कुछ शायर मिल गए

और

शायरी का रोग लगा बैठा।

बहुत आनन्दित करने वाली विधा है छंद।

[28/03, 13:04] Geeta Dwiedi: 💐💐🙏🙏🙏🙏

[28/03, 13:06] धर्मराज देशराज छंद: सबके

[28/03, 13:07] इन्दू साहू: उल्लाला छंद


जय माँ शारदे


मिले मातु की जब कृपा, 

                 जीवन वह ही सार है।

करें नित्य ही साधना, 

                  यह ही तो आधार है।।


-इन्दु साहू,

रायगढ़ (छत्तीसगढ़)

[28/03, 13:07] Madhu Gupta: आदरणीय धर्मराज भाई आप हमें छंद का राग बताईए।

  ताकि हम गा सके।


10 जून को आपका भी जन्मदिन है, मुझे याद है।


💐💐💐💐

[28/03, 13:08] गीतांजलि अनकही: जन्मदिवस की शुभकामनाएँ गुरुदेव 🎉🙏🏼

[28/03, 13:09] Krishnmohan Nigam: निःसंदेह..

[28/03, 13:09] इन्दू साहू: जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं आदरणीय महोदय💐💐💐

[28/03, 13:12] Sharad Didi Ji: जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ आ० गुरुदेव🙏🏼🙏🏿🌹🌹🌹💐💐💐💐

[28/03, 13:15] धर्मराज देशराज छंद: अपना खून बना कर आंसू

दिल का दर्द लिखा करता हूँ

साहित्य से कुछ नही वास्ता

सच है वही कहा करता हूँ।

[28/03, 13:16] गीतांजलि अनकही: नमन तुम्हें माँ शारदे, ज्ञान दे हमें ध्यान दे।

छंद बद्ध हो लेखनी, ऐसा शुचि वरदान दे॥


#गीतांजलि 🙏🏼

[28/03, 13:16] धर्मराज देशराज छंद: ****सरस्वती -वंदना****


   मात  शारदे वीणा - पाणी

  नमन करूँ माता कल्याणी


   दया कीजिये भक्त-बत्सला

   हे  देवी  हे  मात  उज्ज्वला

   हम   तेरे  बालक  अज्ञानी

   मात  शारदे  बीणा पाणी.......


    तू  विद्या-बुद्धि  की  दाता

    कृपा  करो  हमपे  हे माता

    हे  देवी  ज्ञानी--विज्ञानी

     मात शारदे वीणा पाणी........


     माँ तूने ही ज्ञान दिया है

     दिल का हर भ्रम दूर किया है

     तेरी कृपा चाहे हर प्राणी

     मात शारदे वीणा पाणी........


     'जमना नन्दन धरम' पुकारे

     मात पधारो हृदय हमारे

     दान दया का दो महारानी

     मात शारदे  वीणा  पाणी

     नमन करूँ माता कल्याणी...।


रचियता--धर्मराज देशराज

                सीहोर म प्र

            9977993786

[28/03, 13:18] सुधा शर्मा राजिम: हार्दिक बधाई भाई

[28/03, 13:19] गीतांजलि अनकही: आभार गुरुदेव! आपके मार्गदर्शन में एक और छंद सीखने का अवसर मिल रहा है। 🙏🏼

[28/03, 13:20] सुधा शर्मा राजिम: 3--उल्लाला छंद 13/13


देश प्रेम मन में जगे ,किए प्राण कुर्बान है।

ऐसे वीर शहीद को ,शत शत नित्य प्रणाम है।


देश प्रेम मन में रहे , देश भक्ति की शान रे।

वीर सैनिकों से टिका, मेरा हिन्दुस्तान रे।


देश प्रेम जज्बा रहे , जौहर हो बलिदान का।

मान सदा हो राष्ट् के , आन बान अभिमान का।


वीरों की है बानगी ,केशरिया परिधान है।

त्याग शील बस वीरता ,देशभक्ति पहचान है।


माटी चंदन भाल का , माटी ही वरदान है।

माटी का रक्षक बनें ,सरहद वीर जवान है।


स्वरचित 

सुधा शर्मा 

राजिम छत्तीसगढ़

28-3-21

[28/03, 13:20] नीतू छंदशाला: जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 💐💐💐

[28/03, 13:22] धर्मराज देशराज छंद: बहुत खूब


माटी चंदन भाल *की*

[28/03, 13:22] संतोष कुमार प्रजापति जी: जन्मदिवस की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएँ आ.🌷🌷🌼🌼🌼🌺🌺🌺🌺💐💐💐💐🎂🎂🎂🎂🎁🎁🎁🎁🎁

[28/03, 13:27] Ram Jas Tripathi: हार्दिक आभार  आ.अनिता जी🌹🥀🥀🌷🌷

[28/03, 13:27] Anita Mandilwar Sapna: बहुत ही सुन्दर वक्तव्य गुरूदेव जी के द्वारा ।

आपके मार्गदर्शन से जरूर सभी सफलता के चरम ऊँचाईयों तक पहुचेगें । माँ शारदे की कृपा सब पर बनी रहे🙏🙏

[28/03, 13:31] नीतू छंदशाला: 🙏🙏🙏🙏

[28/03, 13:33] राधेगोपाल: 😊👏👏👏

[28/03, 13:34] कमल किशोर कमल: हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं 🌹👏

[28/03, 13:45] धर्मराज देशराज छंद: मुझे

स्मरण रखा

इस पटल पर

आज के विशेष आयोजन में

मुझे सम्मिलित किया

आभार व्यक्त करता हूँ।

[28/03, 13:48] Anita Mandilwar Sapna: आदरणीय *गुरूदेव  संजय कौशिक विज्ञात* को जन्म दिवस पर समर्पित ये रचना


मात्रा - १२/१०


जिनसे सीखा हमनें 

छंदों का विज्ञान 

व्याख्याओं से परे

एक यही इंसान 


त्रेता से कलयुग की 

यात्रा रही है कठिन

संघर्ष का दौर चला

तब भी मुख न मलिन


देते हैं हमें ज्ञान

करते हम सम्मान 

जिनसे सीखा हमनें

छंदों का विज्ञान 


फूल सुगंध का नमन

जन्मदिन ये आया है

बधाई शुभकामना

खग गीत सुनाया है


करिए सभी संज्ञान 

बनिए न अनजान

जिनसे सीखा हमनें

छंदों का विज्ञान 


अनिता मंदिलवार सपना 

मंच संचालिका 

कलम की सुगंध छंदशाला

[28/03, 13:48] Susheela Sahu: आदरणीय गुरुदेव संजय कौशिक विज्ञात जी को जन्मदिन की ढेर सारी बधाइयाॅं एवं शुभकामनाऍं सर जी 🍫🍫🍫🍫🍫🍫🍫🍫🎁🎁🎁🎁🎁🎁🎁🎁🎁🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

[28/03, 13:54] छकलम चमेली कुरे: प्रणाम गुरुदेव जी जन्म दिवस की बहुत बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏💐🎂

[28/03, 13:55] छकलम चमेली कुरे: बहुत ही मधुर आवाज़ है दीदी जी 👌👌👌

[28/03, 13:57] आरती मेहर: आदरणीय गुरुदेव संजय कौशिक विज्ञात जी को जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनायें 💐💐💐💐💐🌹🌹🌹🌹🌹🌹🍫🍫🍫🍫🍫🎊🎊🎉🎉🎉🎉🎊🎁🎁🎁

[28/03, 13:59] छकलम चमेली कुरे: विद्या का वरदान दे, हे माँ वीणा वादिनी। 

चमके जग में लेखनी, बन कर नभ की दामिनी।। 

           🌹🙏🌹

✍️©चमेली कुर्रे ' सुवासिता'

[28/03, 13:59] Madhu Gupta: *उल्लाला छंद 15/13*


*दिनाँक 28/03/21 रविवार*


मुखड़े तो सबके है खिले,पावन होली आज है।

ये सारा जग मधुबन लगे,हवा बजाए साज है।।


गुलाल अबीर उड़-उड़ कहे,होली का उल्लास है।

मनवा में नूतन रंग है,आया फागुन मास है।।


कान्हा बरसाने को चले,राधा गोपी संग हैं।

रँग से पिचकारी है भरी,भींगे राधा अंग है।।


हृदय से सारे छल मिटा,गले मिले सब लोग है।

सबसे रखें,प्रेम भावना, होली का यह योग है।।


फागुन में सभी झूम रहे,खेल रहे है फाग है।

कोयल कुहू-कुहू गा रही,गुंजे मधुरम राग है।।


*मधु गुप्ता "महक"*

[28/03, 14:01] अनिता भारद्वाज: लबों पर हो सदा मुस्कान पल- पल तू निखर जाए ।

सुगंधी पुष्प सी बनकर यहां पर अब सँवर जाए।

 मिले हर रंग का गौरव तुझे जगमग ज़माने में ,

मगर इक रंग स्वर्णिम सा दिवाना बन ठहर जाए।🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌺🌹🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺

[28/03, 14:07] मीना भट्ट: जन्मदिन की बधाइया💐🙏

[28/03, 14:16] डिजेनदर कुर्र: 🎂🎂🎂🎂🎂💐

[28/03, 14:33] पूजा सुग� ��ध जी: जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं आदरणीय🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🌹🌹

[28/03, 14:41] Anita Mandilwar Sapna: राधा जी महाभोज की तैयारी ही

[28/03, 14:41] Anita Mandilwar Sapna: हो

[28/03, 14:41] Anita Mandilwar Sapna: शाम को

[28/03, 14:42] Anita Mandilwar Sapna: चमेली बहना को साथ ले लीजिए

[28/03, 14:43] तेरस: जन्मदिन की अनंत बधाई गुरूदेव जी को🎂🎂🌸🌸🙏

[28/03, 15:07] +91 96021 42879: जन्म दिवस शुभ कामना, करे मित्र स्वीकार।

मंगलमय सब काज हो,जीवो वर्ष हजार।।


मदन सिंह शेखावत ढोढसर स्वरचित

[28/03, 15:09] राधेगोपाल: बिल्कुल जी

[28/03, 15:19] सुधा शर्मा राजिम: हार्दिक आभार आपका

[28/03, 15:39] Paveen Kr. Thakur छंद: 🙏🙏💐परम आदरणीय गुरुदेव जी को जन्मदिवस की अंनत शुभकामनाएं✍🏻💐🙏🙏

[28/03, 15:49] आदेश पंकज: सभी मित्रों को होली की हार्दिक शुभ कामनाएँ ।

[28/03, 15:52] अनुराधा चौहान: 🙏🏻🙏🏻

[28/03, 15:55] मंजू राजपूत दमोह: आदरणीय जन्मदिन की अनंत शुभकामनाएं 🙏🏻🙏🏻 🥳🥳🎂

[28/03, 16:32] Anita Mandilwar Sapna: आइए और सभी लिखिए

[28/03, 16:34] सीमा अवस्थी: आदरणीय गुरूदेव को प्रणाम,

🙏🏻🙏🏻

 जन्मदिन पर अनंत बधाई भरी स्वस्थ दीर्घायु जीवन की शुभकामनाएँ..💐💐

[28/03, 16:56] ममता बिलासपुर: 🎂🎂🎂💐💐💐

[28/03, 16:57] ममता बिलासपुर: उल्लाला छँद

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होली

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होलिका वहाँ जल मरी,

बचे   भक्त    प्रह्लाद  है।

होते   अंत  है  दर्प   के,

होली  में  आल्हाद    है।


आयी   पूनम   चांदनी,

फागुन माह रस बरसे।

चारो  दिशाए  रंग   है,

टेसू    भंग  के   चरचे।


किसलय कोंपल है नयी,

पवन   बासंती   चलती।

छोटी  मंजरी  अमिया,

धरती  हवा  में  ढकती ।


धूम  धुन और  शोर है,

सा  रा  रा  रा जोगिया।

ऐसे    फाग  रंग  चढ़ी,

धो न  सके है धोबिया।


ममता✍️

[28/03, 16:57] Ranu Mishra: वाह्ह्ह बहुत सुंदर 

  सादर प्रणाम आपको 

   होली की हार्दिक शुभकामनाएं

[28/03, 17:30] Saroj Dubey: आ. गुरुदेव को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ 💐💐🍨🍨🎂🎂🙏🙏🙏🙏🙏🙏

[28/03, 17:42] Jyoti Ambasth Apur: जय मां शारदे

तू करती सबका बेड़ा पार है 

अज्ञानता के तिमिर को दूर कर 

तेरी महिमा अपरंपार है।


हे पापहारणी देवी तू करती सबका  ध्यान अज्ञानता की तिमिर को दूर कर।

मेरे कलम में ऐसा जादू भर 

निखार सकूं लेखनी अपनी 

ऐसी तू शक्ति भर ।


नजर आपके क्या पड़े मेरा तन मन खिल गया

प्रेमियों का उपहास, जुबान जैसे सिल गया। 


आप हमारे गीत हैं गर्वित मन के प्रीत हैं शब्द गुचछ खिलाइए चांद निकला आइए। 


जो परहित पर जान निछावर कर है पाता। जिसका मन है किसी लोकहित में रम जाता।


✍️ज्योति अम्बष्ट ✍️

अंबिकापुर, छ.ग.

[28/03, 17:45] Jyoti Ambasth Apur: गलतियों के लिए क्षमा प्रार्थी हूं, मैंने आज पहली बार प्रयास किया है।🙏🙏🙏🙏

[28/03, 17:50] Saroj Dubey: 🙏🙏P

[28/03, 17:53] Saroj Dubey: 🙏🙏

[28/03, 17:54] Saroj Dubey: जय माँ शारदे 👌🙏🙏

[28/03, 18:02] प्रतिभा प्रसाद कुमकुम: जन्मदिन मुबारक हो । जन्मदिन दिवस की हार्दिक बधाई शुभकामनाएं अभिनंदन 🙏🏻🙏🏻🌹🌹💐💐💐

[28/03, 18:06] Ram Jas Tripathi: साहित्य उन्नयन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले आदरणीय विज्ञात जी  के जन्मदिवस पर मंगलमय शुभकामनाएं नारायण नारायण नारायण 🌷🥀🥀🌹🌹🌹🥀🥀🥀🌷🌹🌹🌹🥀

पंडित रामजस त्रिपाठी

भुलालपुर सीखड़ चुनार मिर्जापुर उत्तर प्रदेश

[28/03, 19:05] सीमा अवस्थी: *उल्लाला छंद*

२८-३-२१


🌿🌸🌿

माँ शारदे नमन मैं करूँ,

 जीवन के कुछ सार दे।

 कंटक छँटें नव प्रभात हो,

  जीवन को आधार दे।।

                  🌿🌸🌿


डा.सीमा अवस्थी "मिनी"

   भाठापारा 🙏🏻

[28/03, 19:12] ओमकार साहू: 🙏💐जन्मदिवस की अनन्य शुभकामनाएँ आ0 गुरुवर💐🙏

[28/03, 19:17] परमजीत सिह कलहुरी: सादर समीक्षार्थ

मेरा प्रथम प्रयास

विषय- स्वैच्छिक

आदरणीय गुरु जी के जन्मदिन पर गुरु जी को समर्पित।

***********

उल्लाला छंद

***********

गुरु महिमा

*********

जिसे गुरु की शरण मिले,

वो  भवसागर  पार  है।

जहां गुरु का मान नहीं,

वो  हिय पृथ्वी भार है।


ज्ञान  पुंज  विज्ञात हैं,

जो सीखे वो तर रहा।

सिद्ध हो रही मापनी,

छंद कटोरा भर रहा।


आंख बंद थी चल पड़े,

कौन बिठाए  नाव में।

हाथ दिया गुरु आपने,

सीखा सब ठहराव में।


चुन-चुन  मोती  डालकर,

सब  रचनाएं  लिख रहा।

गुरु की औषधि का असर,

हर  रचना में  दिख  रहा।


आज धरा कल डाल पर,

जिनको है संतोष कम।

जिससे सीखो गुरु वही,

खुद में दिखते दोष कम।


      *परमजीत सिंह "कोविद"* 

                *कहलूरी* 

           *हिमाचल प्रदेश*

[28/03, 19:30] Anita Mandilwar Sapna: बहुत सुन्दर 👌👌

[28/03, 19:30] Sanjay Koushik Vigya: आप सभी का आत्मीय आभार ज्ञापित करता हूँ 

आप सभी ने जन्म दिवस के छोटे से हर्ष के विषय को न केवल उत्सव बल्कि मेरे जीवन के सबसे बड़े महोत्सव में परिवर्तित कर दिया जिससे हर्ष पुलकित हो कर अम्बर को छू रहा है 🙏🙏🙏

आप सभी को नमन 🙏🙏🙏

[28/03, 19:30] Sanjay Koushik Vigya: आदरणीया नीतू ठाकुर विदुषी जी के सतत प्रयास के चलते ये बैनर और ये 

 ई- पुष्प आप सभी को निवेदित है, अर्पित है, समर्पित है 🙏🙏🙏 इसे स्वीकार कर कृतार्थ करें 🙏🙏🙏

[28/03, 19:32] Anita Mandilwar Sapna: बहुत ही शानदार ई पुष्प  । 

नीतू ठाकुर विदुषी बहना का विशेष आभार । सभी को बधाईयाँ 🙏💐

[28/03, 19:33] Anita Mandilwar Sapna: आप सबकी रचनाओं का गुलदस्ता 👍🤝🍫

[28/03, 19:34] Anita Mandilwar Sapna: राधा जी आइए कहाँ हैं

[28/03, 19:36] परमजीत सिह कलहुरी: बहुत बहुत आभार जी

कमियां बताएं

ताकि सुधार कर पाऊं

प्रथम प्रयास है

🙏🙏🙏

[28/03, 19:39] राधेगोपाल: 🍱🍫🍜🍲🧃🍚☕🍬🍧📝🍨🍛

Comments

  1. सभी प्रतिभागियों को अनंत बधाई एवं शुभकामनाएं 💐💐💐

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