
देश की हुंकार* जय जननी भारत, जन मन अभिमत, देश हित वीरवर, बोलियाँ सुनाइए । राष्ट्र गान जन मन, गाते मिल सब जन, ऊँचे आसमान पर, ध्वज फहराइए । जय जवान बोल कर, मन सारा खोल कर, वंचितों का मान रख, कर्तव्य निभाइए । देश की हुंकार जब, सुनते हैं तब सब, जात पात भूल कर, देश राग गाइए । *अनिता मंदिलवार सपना*